म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदे एवं नुकसान जाने और बनें सफल निवेशक, Advantage and Disadvantage of Mutual Funds

आजकल म्यूचुअल फंड में निवेश करने का ट्रेंड बढ़ रहा है, क्योंकि यह आम आदमी के लिए बहुत ही कम रिस्क के साथ निवेश करने का एक सुरक्षित और सरल तरीका है, अवश्य ही आपने भी म्यूचुअल फंड  के बारे में सुना होगा या आपने इसमें निवेश भी किया होगा या शायद आप इसमें निवेश करना चाहते हैं पर आप को शेयर बाजार की तरह यह भी जोखिम भरा लगता है तो मैं आपको बता दूं शेयर बाजार की तुलना में यह बहुत ही कम जोखिम भरा होता है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने से आप अपने पैसों को सुरक्षित तरीके से ग्रो कर सकते हैं, यह एक ऐसा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है जिसमे आप अपने पैसों को अलग-अलग कंपनी, इंडस्ट्री और अलग-अलग सिक्योरिटी इसमें डिसटीब्यूट कर सकते हैं।

म्यूचुअल फंड के फायदे जानकर आप अपने पैसे के लिए सही निर्णय ले सकते हैं और अपनी तरक्की और सफलता के लिए सही तरह से निवेश कर सकते हैं।

अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आप यह आर्टिकल ( लेख ) पढ़कर इस इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के फायदे जान सकते हैं :-


म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदे



प्रोफेशनल मैनेजमेंट (Professional management)

म्यूचुअल फंड स्कीम को प्रोफेशनल फंड मैनेजर मैनेज करते हैं इनके पास मार्केट की बहुत नॉलेज होती है। इसमें प्रोफेशनल फंड मैनेजर आपके पैसे को हैंडल करते हैं और मार्केट के ट्रेंड ( उतार-चढ़ाव ) को गहराई से जांच कर के सही जगह पर निवेश करते हैं। यह फंड मैनेजर अपनी एक्सपर्टीज के साथ आपके पैसे को अलग-अलग कंपनी और सिक्योरिटीज में निवेश करते है और आपके पैसे की ग्रोथ को ध्यान में रखते है। इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेशकों को मार्केट के ऊपर गहराई से जानकारी होने की जरूरत नहीं होती है क्योंकि यह काम प्रोफेशनल फंड मैनेजर आपके लिए कर देते हैं। इनफैक्ट निवेशकों के लिए जो सही निर्णय होता है वही निर्णय यह फंड मैनेजर लेते हैं कोमा जिससे आपको अच्छी रिटर्न मिलती है। प्रोफेशनल मैनेजमेंट के द्वारा म्यूचुअल फंड स्कीम आपके लिए एक सुरक्षित एवं अच्छा पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट ऑप्शन हो सकता है।

डायवर्सिफिकेशन (Diversification)

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से आप अपने पैसे को अलग-अलग स्टॉक, सिक्योरिटीज और सेक्टर में निवेश कर करके डायवर्सिफाई कर सकते हैं, जो एक आम इन्वेस्टर के लिए खुद से करना मुश्किल होता है। यानी कि आपके पैसे एक ही जगह पर निवेश नहीं होते हैं बल्कि बहुत से अलग-अलग इमेज इन्वेस्टमेंट सिक्योरिटी में डिस्ट्रीब्यूटर कर दिया जाता है, जिससे आपके पोर्टफोलियो की रिस्क कम हो जाती है क्योंकि अगर कोई एक कंपनी या इंडस्ट्री में नुकसान होता है तो आपके पैसे उस पर निर्भर नहीं होते हैं और दूसरे इन्वेस्टमेंट सिक्योरिटी इसको कंपन सेट कर देते हैं।

लिक्विडिटी (Liquidity)

म्यूचुअल फंड को बेचने और खरीदने में आसानी होती है, जोकि इन्वेस्टर के लिए बहुत जरूरी है। इसमें निवेशकों को अपने पैसे को कभी भी निकालने की सुविधा मिलती है, इसलिए आपको कभी भी पैसे की जरूरत पड़ती है तो आप उसको आसानी से निकाल सकते हैं। इसमें आपको कोई लॉकिंग अवधि नहीं होता है, हां लेकिन कम अवधि में निकालने पर इसमें आपको बहुत ही कम फीस देनी पड़ती है और आपके पैसे आपको कुछ ही समय में मिल जाते हैं। इस नियम के कुछ अपवाद हैं; उदाहरण के लिए, ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम) फंड्स में एग्जिट लोड नहीं होता है, लेकिन उनके पास लॉक-इन अवधि होती है, जहां निवेशक एक निश्चित तिथि बीतने से पहले अपनी होल्डिंग नहीं बेच सकते हैं।

विविधता (Variety) 

म्यूचुअल फंड कई प्रकार के निवेश विकल्प प्रदान करते हैं, जिसमें स्टॉक और बॉन्ड के साथ-साथ कमोडिटी, विदेशी संपत्ति और रियल एस्टेट में निवेश शामिल हो सकते हैं। एक्सपोज़र की यह विस्तृत श्रृंखला निवेशकों को विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों के लिए एक्सपोज़र प्राप्त करने की अनुमति देती है जो अन्य माध्यमों से उपलब्ध नहीं हैं। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेश के अवसर प्रदान करते है।

लो कॉस्ट (Low Cost)

म्यूचुअल फंड के एक्सपेंसेस सामान्यतः बहुत कम होते हैं, इसमें निवेश करने के लिए आपको बहुत कम चार्ज भुगतान करना होता है। इसमें आपके पैसे को अलग-अलग कंपनी और सिक्योरिटी में निवेश करने के लिए बहुत कम कमीशन लिया जाता है, जिससे आपके रिटर्न पर बुरा असर नहीं पड़ता है और इन्वेस्टर की ओवरऑल रिटर्न पर कम खर्चे का पॉजिटिव असर दिखता है।

टैक्स बेनिफिट (Tax Benifit)

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के कई सारे टैक्स बेनिफिट होते हैं, जैसे इक्विटी म्यूचुअल फंड में 1 साल के बाद आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में बचत मिल सकती है।

उच्च रिटर्न (High Returns)

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदे के बीच सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको उच्च रिटर्न प्राप्त होती है। इसमें आपको एक निवेश के काफी सारे विकल्प मिलते हैं, जिससे आप अपने रिस्क क्षमता के अनुसार अपना निवेश विकल्प चुन सकते हैं और अपने वित्तीय लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेशको ने औसतन 5 वर्षों में 12 से 15 प्रतिशत के आसपास के रिटर्न प्राप्त किए हैं जो कम रिस्क की साथ बहुत अच्छा रिटर्न माना जाता है।

तेज और परेशानी मुक्त प्रक्रिया ( Fast and hassle-free process)

आप एक म्यूचुअल फंड में निवेश करके अपना वित्तीय पोर्टफोलियो बनाना शुरू कर सकते हैं। आप फंड की एक विस्तृत श्रृंखला से चुनने में सक्षम होंगे जो आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के लिए सबसे उपयुक्त हैं। म्यूचुअल फंड को ट्रैक करना आसान होगा, क्योंकि फंड मैनेजर की टीम फंड द्वारा परिभाषित निवेश उद्देश्यों के आधार पर कब, कहां और कैसे निवेश करना है, इस बारे में निर्णय करेगी। संक्षेप में, उनका काम निवेशकों को लगातार रिटर्न देते हुए मार्केट इंडेक्स को मात देना है।

SIP या एकमुश्त निवेश ( SIP or one-time investment)

म्यूचुअल फंड में आपके पास अपने वित्तीय स्थिति और क्षमता के आधार पर विभिन्न प्रकार की निवेश संभावनाएं उपलब्ध होती है। उदाहरण के लिए, सीमित संसाधनों वाले व्यक्तियों इक्विटी फंड में मासिक या त्रैमासिक व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) स्थापित कर सकते हैं, दूसरी ओर, यदि आपके पास अतिरिक्त धनराशि पड़ी है और आप उन्हें एक साथ निवेश करना चाहते हैं, और एकमुश्त एकमुश्त निवेश करने के बारे सोच रहे हैं तो आप म्यूचुअल फंड में उसे एकमुश्त भी निवेश कर सकते हैं। निवेश के लिए SIP पद्धति का उपयोग करने से आप अपने निवेश को समय के साथ-साथ फैला सकते हैं, यह तय करते हुए कि आपके लिए सबसे अधिक फायदेमंद क्या है। आपके SIP की आवृत्ति अपने बजट और सुविधा के अनुसार साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक हो सकती है।

छोटी राशि के साथ निवेश ( Investment with small amounts of money )

म्यूचुअल फंड कई लाभ प्रदान करते हैं जो उन्हें निवेशकों के लिए आदर्श बनाते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि म्यूचुअल फंड इस मामले में लचीले होते हैं कि आपको कितने पैसे निवेश करने की आवश्यकता है; आपके लिए जितनी राशि संभव हो उसी से निवेश शुरू कर सकते हैं, निवेशकों को म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए बड़ी रकम निवेश करने की आवश्यकता नहीं है। शेयरों के विविध पोर्टफोलियो के निर्माण के लिए निवेशकों को बड़े पूंजी परिव्यय की आवश्यकता होगी। दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड व्यक्तिगत निवेशकों को सीधे शेयर खरीदने की तुलना में छोटे शेयरों के विविध पोर्टफोलियो के मालिक होने की अवसर देते हैं। नकदी प्रवाह की स्थिति के आधार पर निवेश संबंधी निर्णय लिए जा सकते हैं।

अपने निवेश उद्देश्यों को पूरा करना ( Meeting your investment objectives)

निवेशकों के पास कई प्रकार के म्यूचुअल फंड विकल्प उपलब्ध होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे ऐसी योजनाएँ खोज सकते हैं जो उनके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करती हों, चाहे वे छोटी अवधी की हों या लंबी अवधि की हों। आप अपने वर्तमान आय या वर्तमान बजट को परिवर्तित किए बिना, अपनी भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बचत को आसान और प्रबंधनीयबना सकते हैं और मासिक SIP में निवेश कर सकते हैं। भारत में कई प्रकार के म्यूचुअल फंड उपलब्ध हैं जो जीवन के सभी क्षेत्रों के निवेशकों की जरूरतों को पूरा करते हैं। भले ही आप हर महीने ज्यादा कमाई न करें, लेकिन हर महीने एक निवेश करना जरूरी है ताकि भविष्य की जरूरतें पूरी हो सकें, चाहे आप कम अवधि में उच्च प्रतिफल वाले निवेश की तलाश कर रहे हों या लंबी अवधि में स्थिर वृद्धि प्रदान करने वाले निवेश की। इसलिए म्यूचुअल फंड में सही फंड ढूंढना आसान हो जाता है जो आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों और दीर्घकालिक लक्ष्यों से मेल खाता हो।

Note :- इन सब फायदों के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश करने से आपको लोंग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए भी बेनिफिट मिलता है। अगर आप अपने पैसों को long-term के लिए इन्वेस्ट करते हैं तो आपको उच्च रिटर्न मिलते हैं, म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदे के बारे में जानकारी होने के बाद आप एक सुरक्षित और प्रॉफिटेबल इन्वेस्टमेंट डिसीजन ले सकते है।

म्यूचुअल फण्ड में निवेश करने के नुकसान

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के ऐसे तो बहुत फायदे हैं लेकिन हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं तो आइए जानते हैं म्यूचुअल फंड के नुकसान क्या हो सकते हैं:


म्यूचुअल फंड के प्रबंधन के लिए उच्च लागत ( High cost for managing the mutual fund)

म्यूचुअल फंड निवेशकों को पेशेवर प्रबंधन देते हैं, इसके लिए वे एक फीस चार्ज करते हैं, लेकिन फीस फंड के शुद्ध भुगतान को कम कर देती है। बाजार विश्लेषकों और फंड मैनेजरों के वेतन, साथ ही फंड की परिचालन लागत की भरपाई निवेशकों द्वारा की जाती है। म्यूचुअल फंड का चयन करते समय, सबसे महत्वपूर्ण मूल्यांकन करने वाले पहले तत्वों में से म्यूचुअल फंड की प्रबंधन लागत होती है। क्योंकि शुल्क विभिन्न फंडों के लिए व्यापक रूप से भिन्न होते हैं, लागतों पर ध्यान नहीं देने से इसके दीर्घकालिक प्रभाव हो सकते हैं, क्योंकि सक्रिय रूप से प्रबंधित फंडों में प्रत्येक वर्ष अर्जित होने वाली गतिविधि की लागतें होती हैं। उच्च प्रबंधन शुल्क फंड के बेहतर प्रदर्शन को सुनिश्चित नहीं करते हैं।

एंट्री या एग्जिट लोड ( Entry or Exit Load )

म्यूचुअल फंड प्रबंधन शुल्क के अतिरिक्त कभी-कभी एंट्री या एग्जिट लोड भी लगाते हैं, तो यह निवेशकों के लिए एक अतिरिक्त लागत हो जाती है। किसी योजना में प्रवेश करने पर किसी निवेशक से ली जाने वाली राशि या शुल्क को "प्रवेश भार" कहा जाता है। किसी योजना से बाहर निकलने या रिडीम करने के लिए किसी निवेशक से ली जाने वाली फीस या राशि को "एग्जिट लोड" के रूप में जाना जाता है। यह निवेशकों को अपने पैसे को निवेश करने और भुनाने से हतोत्साहित करता है। एग्जिट लोड अप्रत्यक्ष रूप से एक लॉक-इन अवधि की तरह काम करता है जिसका उपयोग फंड हाउस फंड की स्थिरता बनाए रखने के लिए करते हैं।

केवल दिन के अंत में ट्रेडिंग ( End of Day trading only )

म्यूचुअल फंड में, आप किसी भी समय अपने शेयरों को नकद में बदलने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन शेयरों के विपरीत, जो दिन भर व्यापार करते हैं, अधिकांश म्यूचुअल फंड रिडेम्पशन केवल प्रत्येक ट्रेडिंग दिन के अंत में होते हैं।

उतार-चढ़ाव वाला रिटर्न ( Fluctuating returns )

सामान्यतः म्यूचुअल फंड एक निम्न और निश्चित रिटर्न देते हैं परंतु अन्य निवेशों की तरह, म्यूचुअल फंड मैं भी रिटर्न की गारंटी नहीं होती है क्योंकि वे बाजार की चाल पर निर्भर होते हैं। इसलिए, निवेश करने से पहले निवेशकों को फंड की निवेश रणनीति के बारे में पता होना चाहिए।

इस लेख का निष्कर्ष यह है कि म्यूचुअल फंड एक बहुत ही उपयोगी निवेश विकल्प है। यदि आप इसे सही तरीके से निवेश करते हैं तो इसमें निवेश करने से आपको अच्छे फायदे होते हैं, यह निवेश आपकी वित्तीय स्थिति को सुधारने में मदद कर सकता है। हालांकि, अन्य निवेश तरह इसके भी कुछ विपरीत प्रभाव होते हैं लेकिन अगर आप इसे सही ढंग से निवेश करते हैं तो यह आपको बहुत अच्छा रिटर्न दे सकता है, इसलिए समय-समय पर अपने निवेशों को निरीक्षित करते रहें, तो आप निश्चित रूप से एक सफल निवेशक बन सकते हैं।